आजाद के बाद देसी रियासतों और ब्रिटिश शासित राज्यों को एकीकृत करके भारत के राज्यों को चार श्रेणी में बांट दिया गया जो जो निम्न है
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मध्य प्रदेश का गठन |
ए श्रेणी के राज्य
इसमें 216 रियासतों के साथ ब्रिटिश शासित राज्यों को भी शामिल कर के आंध्र प्रदेश, बंगाल ,पंजाब ,उड़ीसा ,मध्य प्रांत, मद्रास ,असम
,मुंबई एवं बिहार सहित 10 राज्य थे
बी श्रेणी के राज्य
श्रेणी डी के राज
अंडमान निकोबार दीप समूह को इस श्रेणी में रखा गया थामध्य भारत इसमें कि पश्चिम स्थित रियासतों को मिलाकर पार्ट बी में जोड़ दिया गया की राजधानी छे छे महीने के लिए ग्वालियर एवं इंदौर बनाई गई 26 रियासतों को मिलाया गया था
सीपी एंड बरार क्षेत्र इसमें छत्तीसगढ़ और बुंदेलखंड के पार्टी में किया गया इसकी राजधानी को नागपुर बनाया गया
पुनर्गठन आयोग 1953
- 29 दिसंबर 1953 को भूतपूर्व न्यायाधीश डॉक्टर फजल अली की अध्यक्षता में स्थापना की गई इसके अन्य सदस्यों में एचएन गुंज्रु एवं सरदार के K M padikar थे
- इस आयोग की अनुशंसा पर भारत सरकार के द्वारा राज्य एवं 5 केंद्र शासित प्रदेश किए गए जिनमें 14 राज्य हैं पश्चिम बंगाल, उत्तर
- प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, उड़ीसा, मैसूर, मद्रास, मध्य प्रदेश, केरल, जम्मू कश्मीर, मुंबई, बिहार, असम, एवं आंध्र प्रदेश5 केंद्र शासित प्रदेश है दिल्ली, हिमाचल प्रदेश अंडमान निकोबार दीप समूह, त्रिपुरा, मणिपुर
- मध्य प्रदेश की नवीनतम राजधानी भोपाल को बनाया गया कुछ समय पहले सीहोर में एक तहसील के रूप में थी
- सभी प्रकार की सकारात्मक परिवर्तन कर देने के बाद प्रदेश 1 नवंबर 1956 को व्यवस्थित तौर पर गठन किया गया जिसमें कि संभाग और तिरालिस जिले बनाए गए
26 नवंबर 1972 को भोपाल एवं राजनंदगांव दो अलग-अलग जिले बनाए गए जिसके बाद जिले संख्या बार में प्रदेश में 45 जिले हो गए
25 मई 1998 को बीआर दुबे की अध्यक्षता में गठित समिति की अनुशंसा पर नए जिले बनाए गए जिसके बाद प्रदेश में जिलों की संख्या 55 हो गई
सिंह देव समिति की अनुशंसा पर 30 जून 1998 को बनाए गए जिसके बाद जिलों की संख्या 61 हो गई
1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य बना दिए गए जिसमें से 16 जिले छत्तीसगढ़ को दे दिए गए और 45 जिले मध्य प्रदेश में ही रखे गए
2003 में 3 नए जिले बनाए गए बुरहानपुर खंडवा से अनूपपुर शहडोल से अशोकनगर गुना से जिसके बाद जिलों की संख्या 48 हो गई
2008 में पुनः अलीराजपुर झाबुआ से 27 मई 2008 24 मई 2008 को सिंगरौली सीधी से अलग करके जिला बनाया गया अब जिलों की संख्या 50 हो गई
प्रदेश सरकार
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