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राष्ट्रपति की वीटो शक्ति।#csiacademy |
1.आत्यंतिक वीटो या परम वीटो-
इसका सामान्य अर्थ किसी किसी अर्थ किसी किसी पारित विधेयक या मंत्रिपरिषद के परामर्श पर अनुमति ना देना राष्ट्रपति अधिकांशत इसका प्रयोग गैर सरकारी सरकारी विधि को को अनुमति ना देकर करता है जब पहला मंत्रिमंडल त्यागपत्र दे दे और दूसरा नया मंत्रिमंडल पहले के समय पारित विधेयक अनुमति न देने की सिफारिश राष्ट्रपति से करता है तो राष्ट्रपति उसे भी तो कर सकता है
2. निलंबनकारी वीटो
इसका अर्थ है कि किसी विधेयक को कुछ समय के लिए कानून बनाने से रोक देना इसे पुनर्विचार भी तो भी कहते हैं इसका प्रयोग राष्ट्रपति किसी विधेयक को संसद के पास पुनर्विचार के लिए भेज सकता है ऐसा ही प्रयोग वह मंत्रिमंडल के परामर्श पर भी करता है दोनों ही अवस्था में विधेयक या सिफारिश राष्ट्रपति के पास उन्हें आती है तो राष्ट्रपति उसे अनुमति देना पड़ता है
जेबी वीटो-
यह इसलिए उत्पन्न होता है क्योंकि किसी विधेयक पर राष्ट्रपति कितनी समय अवधि में विचार करें इसकी कोई निश्चित सीमा संविधान में नहीं दी गई है अतः जब राष्ट्रपति संसद द्वारा पारित विधेयक के मंत्रिमंडल के परामर्श को ना तो पुनर्विचार के लिए वापस भेजता है ना ही उस पर अनुमति देता है और ना ही अनुमति देने से इनकार करता है तब कहा जाता है कि राष्ट्रपति ने जीवी वीटो का प्रयोग का प्रयोग किया
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